लखनऊ मेयर पद पर बीजेपी प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल की जीत,,,।

लखनऊ मेयर पद पर बीजेपी प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल की जीत,,,।
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लखनऊ/उत्तर प्रदेश *** एक हवलदार की पत्नी अब लखनऊ की नई ‘कमांडर’, सुषमा ने कभी अटल के लिए खूब दौड़ाया था स्कूटर
लखनऊ. इस वक्त उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ से बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी को एक और बड़ी जीत मिली है. बीजेपी ने लखनऊ मेयर सीट पर भी अपना कब्जा जमाया है. लखनऊ से बीजेपी की मेयर प्रत्याशी सुषमा खरकवाल ने जीत हासिल की है. सुषमा खरकवाल मतगणना के शुरुआती रुझानों से ही आगे चल रही थी.
बता दें, बीजेपी मेयर प्रत्याशी सुषमा खरकवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी सपा की वंदना मिश्रा भारी मतों से हराया है. लखनऊ नगर निगम मेयर पद इस बार महिला के लिए आरक्षित है. बीजेपी ने पिछली मेयर संयुक्ता भाटिया की जगह पार्टी कार्यकर्ता सुषमा खरकवाल को मैदान में उतारा है. पूर्व सैनिक की पत्नी 59 वर्षीय सुषमा भाजपा से तीस साल से जुड़ी हैं और वर्तमान समय भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य भी हैं. इससे पहले वह अवध क्षेत्र महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के नतीजे आ गए हैं. सबकी नजर राजधानी लखनऊ की नगर निगम सीट पर थी. लखनऊ को नया मेयर और 110 वार्डों के पार्षद मिल गए हैं. इस सीट पर 4 मई को मतदान हुए थे. लखनऊ नगर निगम सीट पर मेयर पद के 13 प्रत्याशी मैदान में थे, जबकि 110 वार्डों के पार्षद के लिए 807 प्रत्याशी अपनी किस्मत को आजमा रहे थे.
बीजेपी के सामने फिर से वापसी का चैलेंज था तो समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस सीट को जीतने के लिए हर मुमकीन कोशिश की. इसके अलावा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) भी रेस में थी. बीजेपी ने मेयर पद के लिए सुषमा खर्कवाल को उतारा, जबकि सपा की ओर से वंदना मिश्रा मैदान में थीं. वहीं बसपा ने शाहीन बानो, आम आदमी पार्टी ने अंजू भट्ट को टिकट दिया. बीजेपी के लिए यह सेफ सीट मानी जाती है, इस बार हुई कम वोटिंग ने उसकी चिंता बढ़ा दी थी. इस बार यहां सिर्फ 36.97 फीसदी ही मतदान हुआ था.।
उन्होंने सपा प्रत्याशी वंदना मिश्रा को 60 हजार वोटों के अंतर से मात दी। अब वह लखनऊ की नई मेयर होंगी। सुषमा खर्कवाल को राजनीति विरासत में नहीं मिली।
अपने संघर्ष व मेहनत के दम पर उन्होंने बीजेपी में न सिर्फ पहचान बनाई बल्कि एक मुकाम भी हासिल किया। वह बीजेपी पदों पर सेवा दे चुकी हैं। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कभी हिम्मत नहीं हारी। पति सेना में थे। दो छोटे छोटे बच्चों की जिम्मेदारी खुद सुषमा पर थी। इसके बावजूद राजनीति नहीं छोड़ी। करीब 35 वर्ष से बीजेपी के लिए काम कर रही थीं।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की सभाओं और रैलियों में उनकी स्कूटर सबसे आगे रहती थी। अटल जी उन्हें अच्छे से जानते पहचानते थे। खुद सुषमा खर्कवाल कहती हैं कि अटल जी की लखनऊ में कोई भी ऐसी सभा, रैली, रोड शो नहीं रहा होगा जिसमें व न आगे रही हों। वह बताती हैं कि एक बार कई महिलाएं एक साथ अटल जी से मिलने गई थीं। उसमें पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया भी थीं। सभी महिलाओं ने उनसे कहा कि आपने एक भी महिला को एमएलसी नहीं बनाया। इस पर अटल जी ने कहा था कि सीमा रिजवी को तो बनाया है। फिर उन्होंने कहा कि अरे यह सभी गुस्से में आईं हैं। लगता है भूंखी हैं। इन्हें कुछ खिलाओ। सुषमा कहती हैं कि अटल जी बहुत स्नेह करते थे।
सपा की वंदना को 52699 मतों से हराया
खुषमा ने अपने स्नातक की पढ़ाई उत्तराखण्ड ही की। उनके परिवार में दो बेटे हैं। बड़ा बेटा मयंक फिलिप्स कम्पनी में सीनियर पद पर है। जबकि दूसरा छोटा बेटा मनीष इंजीनियर है। सुषमा बताती हैं कि उत्तराखण्ड बंटवारे के बाद भगत सिंह कोश्यारी ने उनसे उत्तराखण्ड चलने को कहा था। लेकिन वह गईं नहीं। उनके पति सेना में हवलदार पद से रिटायर हुए थे। उसके बाद विधानसभा में सहायक मार्शल के पद पर तैनात थे। पिछले वर्ष ही वह वहां से भी रिटायर हुए।
पूरा नाम- सुषमा खर्कवाल पति का नाम- प्रेम खर्कवाल (रिटायर सैनिक )
उम्र- 59 वर्ष निवास – बी -605, सेक्टर 8बी, एडब्ल्यूएचओ
कॉलोनी, वृंदावन, लखनऊ
वार्ड- इब्राहिमपुर प्रथम शिक्षा – श्रीनगर गढ़वाल विश्वविद्यालय, उत्तराखंड से स्नातक।
राजनीतिक सफर
– वर्तमान में उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की सदस्य
-पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष महिला मोर्चा, पूर्व प्रदेश मंत्री महिला मोर्चा
-लगभग 30 वर्षों से पार्टी में कार्यरत
-भारतीय पर्वतीय महासभा की राष्ट्रीय प्रभारी
-भाजपा पश्चिम विस क्षेत्र मंडल प्रभारी
– पूर्व महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री तथा अवध क्षेत्र की अध्यक्ष रहीं
– केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण की सदस्य रहीं
-क्षेत्रीय रेल उपभोक्ता परामर्शदात्री समिति की सदस्य रहीं
– सैनिक कल्याण बोर्ड की सदस्य रहीं
-खाद्य रसद सलाहकार बोर्ड की सदस्य रही है
– दूर संचार निगम की जिला स्तरीय सदस्य रही -आर्मी वेलफेयर हाउसिंग आर्गेनाइजेशन की संयुक्त सचिव रहीं
– बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान भाजपा अवध क्षेत्र की संयोजक भी रह चुकी हैं।

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