जल जीवन मिशन तो फोटो खींचने मात्र तक सीमित है,सही व जमीनी हकीकत यही है,,,।

रिखणीखाल/उत्तराखंड *** रिखणीखाल प्रखंड के सिमलधर गाँव में स्कूली बच्चे व महिलायें पेयजल के लिए दर दर भटक रही हैं।
रिखणीखाल मुख्यालय से सटा गाँव सिमलधर क्ई महीनों से पीने के पानी के लिए बूंद बूंद के लिए तरस रहा है।
इसी गाँव से वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे हैं कि वे अभी अपनी पुरानी पेयजल पाइपलाइन को मरम्मत करने के लिए गये हुए हैं जिसमें अधिकांश स्कूली बच्चे व महिलायें नजर आ रही है।ये पाइपलाइन बुरी तरह से सड़ गल गयी है।पाइपलाइन पूरी जंक से छिद्र हो गई है।
ये बच्चे कह रहे हैं कि सरकार जल जीवन मिशन का डंका पीट रही है लेकिन हालत कुछ और ही दिखाई दे रही है।जैसा कि वीडियो में सुनायी व दिखाई दे रहा है।ये कहते सुने जा रहे हैं कि इस वीडियो को मोदी ब्वाडा तक पहुँचा दीजिए ताकि अन्य लोग भी जागरूक होगें।उनके जनप्रतिनिधि भी उनकी नहीं सुनते।वे किसी अन्य जल स्रोत से जो जंगल में है पानी ढोने को विवश हैं।तथा दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।वे कहते हैं कि जल जीवन मिशन तो फोटो खींचने मात्र तक सीमित है।सही व जमीनी हकीकत यही है।
