दीक्षा हत्याकांड का पुलिस ने 36 घंटों के भीतर किया खुलासा, साल भर से पहले ही पीछा छुड़ाने पर तुला था कबाड़ी इमरान,,,।

दीक्षा हत्याकांड का पुलिस ने 36 घंटों के भीतर किया खुलासा, साल भर से पहले ही पीछा छुड़ाने पर तुला था कबाड़ी इमरान,,,।
Spread the love

लिव इन में साथ रहते हुए एक वर्ष में ही पीछा छुड़ाना चाहता था हत्यारोपित, इसीलिए की हत्या,,,

नैनीताल *** सोमवार को नगर के मल्लीताल कोतवाली के पास नोएडा निवासी 30 वर्षीय दीक्षा मिश्रा नाम की महिला की नग्नावस्था में मौत के मामले में पुलिस ने 36 घंटे के भीतर ही हत्यारोपित इमरान उर्फ ऋषभ को पकड़ लिया है। हत्यारोपित से हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने जानकारी दी है, उसके अनुसार आरोपित एक वर्ष से दीक्षा के साथ रह रहा था, और इतने समय में ही उससे परेशान हो गया था, हत्यारोपित का कहना है कि 6-10 सबकुछ ठीक चलने के बाद पिछले दो-ढाई माह से दोनों के बीच अनबन होने लगी थी। इसलिए वह उससे पीछा छुड़ाना चाहता था। घटना के दिन भी जन्म दिन की पार्टी करने के बाद दोनों की तू-तू मैं-मैं हुई। इस पर दोनों ने एक-दूसरे को थप्पड़ मारे। फिर इमरान ने दीक्षा को धक्का दिया, जिससे उसका सिर पलंग पर लगा। तभी उसने पूर्व से चले आ रहे गुस्से के कारण दीक्षा की गला दबाकर हत्या कर दी,,,


बुधवार को मल्लीताल कोतवाली में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी-अपराध देवेंद्र पींचा ने बताया कि हत्यारोपित इमरान उर्फ ऋषभ पुत्र इत्वेजामुद्दीन निवासी ई-220 पटेलनगर द्वितीय थाना सिहानी जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को कोतवाली पुलिस ने एसओजी एवं स्थानीय पुलिस की मदद से मंगलवार शाम 7.40 बजे गाजियाबाद में उसके घर के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसे गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरीक्षक नितिन बहुगुणा, आरक्षी जगपाल सिंह, एसओजी के त्रिलोक सिंह, कुंदन सिंह कठायत व शाहिद अली आदि शामिल रहे। एसएसपी की ओर से पुलिस टीम को ढाई हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की जा रही है। आरोपित को न्यायालय में पेश करने के लिए ले जाया गया है,,,


मामले में यह बात भी प्रकाश में आई कि अपने पति से शादी के करीब दो साल बाद ही तलाक हो गया था। इसके बाद दीक्षा करीब पांच वर्ष तक किसी अन्य युवक के साथ संबंधों में रही, और इधर एक वर्ष से इमरान उर्फ ऋषभ के साथ लिव-इन में रह रही थी। यह भी पता चला है कि दीक्षा की अपने पूर्व प्रेमी से अब भी बात होती थी। बताया जा रहा है कि घटना के दिन भी दीक्षा के मोबाइल पर उसके पूर्व प्रेमी का मैसेज आया था। इसे देखकर ही इमरान और दीक्षा के बीच विवाद हुआ था, और इसे लेकर ही उसकी हत्या कर दी गई। कुल मिलाकर इस घटना से फिर साबित हो गया कि अवैध संबंधों का अंजाम हमेशा बुरा ही होता है। फिर चाहे अवैध संबंध पुरुष रखे या महिला। इस मामले में भी जहां एक से अधिक लोगों से संबंध रखने वाली महिला की जान चली गई है, वहीं ऐसा ही कुछ करने वाले युवक की जिंदगी अब जेल की सींखचों के पीछे कटेगी। इस मामले में एक और बात यह भी है कि मामले में हत्यारोपित इमरान के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट मृतका के भाई या किसी परिवार वाले ने नहीं, बल्कि उसकी दोस्त श्वेता ने दर्ज कराई है। ऐसे में वह भविष्य में इस केस को कितनी मजबूती से लड़ेगी यह कहना भी मुश्किल है। ऐसे में यदि इमरान जल्द जेल से छूट जाए तो आश्चर्य नहीं होगा,,,।

K3 India

Related articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *