World Sparrow Day, अद्भुत है कोटद्वार के शिक्षक दिनेश कुकरेती का पक्षी प्रेम, अपने घर को ही बना डाला परिंदों का रैन बसेरा,,,।

World Sparrow Day, अद्भुत है कोटद्वार के शिक्षक दिनेश कुकरेती का पक्षी प्रेम, अपने घर को ही बना डाला परिंदों का रैन बसेरा,,,।
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अद्भुत है कोटद्वार के शिक्षक दिनेश कुकरेती का पक्षी प्रेम,अपने घर को ही बना डाला परिंदों का रैन बसेरा,,,

1997 से कोटद्वार में लगातार कर रहे है गौरैया का संरक्षण का कार्य,,,

अब तक वह 15000 से अधिक नेस्ट बॉक्स बांट चुके हैं पक्षी प्रेमियों को,,,

शिक्षक दिनेश कुकरेती अपने घर पर नेस्ट बॉक्स बनाते हुए

कोटद्वार गढ़वाल *** आज 20 मार्च को कोटद्वार में बालासौड़ पर स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में शिक्षक दिनेश कुकरेती ने गौरैया दिवस के अवसर पर शानदार कार्यक्रम आयोजित किया, इस कार्यक्रम में 1000 नेस्ट बॉक्स पक्षी प्रेमियों को वितरित किए गए , इस अवसर पर 104 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मुरली सिंह रावत , बालभारती पब्लिक स्कूल प्रिंसिपल गिरिराज सिंह रावत, अधिवक्ता अमित सजवान, अरबिंद वर्मा, इनकम टैक्स अधिवक्ता अमिताभ अग्रवाल, विकास देवरानी, दलजीत सिंह, पूर्व प्रधानाचार्या प्रवेश नवानी ,समाज सेवक विजय जुयाल व क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

आपको बताते हैं की कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अन्य वर्ष की भांति पिछले वर्ष 20 मार्च 2021 को कोटद्वार में गौरैया दिवस नहीं मनाया गया, लेकिन 1997 से कोटद्वार में गौरैया का संरक्षण का कार्य करने वाले शिक्षक दिनेश चंद्र कुकरेती ग्राम नंदपुर कोटद्वार (पौड़ी गढ़वाल) द्वारा गौरैया पक्षी संरक्षण हेतु प्लाई के नेस्ट बॉक्स बनाकर निशुल्क लगाते है व बांटते है।

अब तक वह 15000 से अधिक नेस्ट बॉक्स बांट चुके हैं वर्तमान में उनके घर में 100 से अधिक नेस्ट बॉक्स कई वर्षों से लगे हैं जिनसे पक्षियों के हजारों बच्चे जन्म लेकर बड़े होकर उड़ चुके हैं बच्चो व अंडों की सुरक्षा हेतु नेस्ट बॉक्स के आगे जाला की ब्यवस्था कर और सुरक्षा मजबूत कर दी है , दिनेश चंद्र कुकरेती के घर वर्षभर पक्षी प्रेमी गोरेया संरक्षण का कार्य देखने हेतु आते हैं और विभिन्न जानकारियां हासिल करते हैं कुछ पक्षी प्रेमी फोन द्वारा भी उनसे संपर्क कर पक्षी संरक्षण की जानकारी व नेक्स्ट बॉक्स प्राप्त करते हैं दिनेश चंद कुकरेती कई जगहों में जाकर लोगों को पक्षी संरक्षण की जानकारी देते आ रहे।

साथ ही कही घायल व असहाय पक्षियों के बारे में सूचना मिलने पर उस जगह पर जाकर घायल पक्षी का उपचार कर उन्हें बचाने का कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2014 -2015 मे उनके द्वारा गिद्धों के झुंड को विषैले मृत मवेशियों को खाने से रोककर कई गिद्धों को मौत के मुंह से बचा चुके हैं ,उनके अनुसार हम अपने घर में नेस्ट बॉक्स लगाकर उल्लू ,तोता, मैना, हुद हुद, इंडियन रोबिन मैगपाईन रोबिन का संरक्षण कर सकते हैं वह घर में विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे झाड़ियां बेल लगाकर बुलबुल, टेलर बर्ड, बेबर बर्ड ,सनबर्ड ,डव,बबूना, जंगल बबलर का संरक्षण कर सकते हैं नेस्ट बॉक्स को ऐसी जगह लगाएं जहां बंदर और गिलहरी न पहुंच सके।

अध्यापक दिनेश कुकरेती अपने घर पर स्वयं के द्वारा निर्मित नेस्ट बॉक्स के साथ

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