पानी में डूबे क्षेत्रों को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाए, दो माह के पानी के बिल माफी व बैंक ऋण वसूली पर भी फिलहाल लगे रोक : सतपाल महाराज

पानी में डूबे क्षेत्रों को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाए, दो माह के पानी के बिल माफी व बैंक ऋण वसूली पर भी फिलहाल लगे रोक : सतपाल महाराज
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हरिद्वार/उत्तराखंड *** प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, जलागम प्रबन्धन एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजना मंत्री एवं जनपद हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध किया है कि जनपद के पानी में डूबे क्षेत्रों को आपदा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के साथ-साथ आपदाग्रस्त क्षेत्रों में रह रहे लोगों का दो महा का बिजली का बिल एवं सर चार्ज भी माफ किया जाए। इतना ही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया है इन क्षेत्रों में बैंकों की ऋण वसूली पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाये।

जनपद हरिद्वार के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, जलागम प्रबन्धन व भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजना मंत्री सतपाल महाराज ने दूसरे दिन बुद्धवार को भी मानसून अवधि के दौरान जनपद के बाढ़ एवं अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्र मोहम्मदपुर बुजुर्ग, वि०ख० लक्सर, लंढौर, मुंडलाना, साऊथ सीवर लाइन खानपुर, मोहनपुर, रूड़की स्थित गणेश पुल, रेलवे स्टेशन, पनियाला, भगवानपुर बाजार, जौनपुर से मोहम्मदपुर बुजुर्ग तटबंध, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र लक्सर बाजार, अकोढा कला में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र, बिरला टायर फैक्ट्री सहित रुड़की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों सहित सोनाली नदी का भी स्थलीय निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होने लक्सर स्थित पूरे बाजार का पैदल भ्रमण कर प्रत्येक दुकान का भी मुआयना किया।

आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करते हुए जनपद के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया कि आपदा की इस घड़ी में धामी सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि अबकी बार इतनी बारिश हुई है जितनी पहले कभी नहीं हुई। अतिवृष्टि हुई है, हम प्रकृति से लड़ रहे हैं। इसलिए आपदा की इस घड़ी में सभी को अपना सहयोग देना चाहिए।

कैबिनेट मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री महाराज ने कहा कि आपदा की रोकथाम के लिए पूरी योजना बना दी गई है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां-जहां भी बंध खोलने की आवश्यकता है उन्हें तत्काल खोला जाए। उन्होंने कहा कि पूलों के नीचे गाद बढ़ जाने के कारण नदियों का पानी घरों में घुस रहा है। महाराज ने कहा कि नदियों के चैनेलाइजेशन के लिए पूरी योजना बनाकर हाई कोर्ट जायेंगे ताकि इस प्रकार की परिस्पतियों से पार पाया जा सके।

हरिद्वार में सड़कों की स्थिति की जानकारी देते हुए लोनिवि मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि जनपद में लोक निर्माण विभाग के अधीन मार्गो, सेतुओं में अतिवृष्टि के कारण कुल 54 मार्ग क्षतिग्रस्त होकर बाधित हुए थे जिसमें से 40 मार्गों को यातायात हेतु खोला जा चुका है। उन्होने कहा कि अभी तक 14 मार्ग यातायात हेतु बाधित हैं जिन्हें एक सप्ताह में यातायात हेतु खोल दिया जायेगा तथा बन्द मार्गों के वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हैं।

श्री महाराज ने कहा कि जनपद हरिद्वार में अतिवृष्टि से अन्नेकी सेतु पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है। उस स्थान पर बैली ब्रिज का लॉचिंग कार्य भी प्रारम्भ कर दिया गया है।

आपदाग्रस्त क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान जनपद के प्रभारी मंत्री के साथ ही रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक स्वामी यतिस्वरानंद, संजय गुप्ता, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, रुड़की जिला अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, हरिद्वार भाजपा उपाध्यक्ष लव शर्मा, हरिद्वार के जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह पुण्डीर, लक्सर के एसडीएम सहित सिंचाई एवं लोक निर्माण विभाग के अनेक अधिकारी उपस्थित थे।

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