G20 सम्मेलन बना बेजुबानों के लिए आफत, गोवंशो को बेरहमी से उठाकर जंगलों के किनारे पटके,,,।

G20 सम्मेलन बना बेजुबानों के लिए आफत,  गोवंशो को बेरहमी से उठाकर जंगलों के किनारे पटके,,,।
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यमकेश्वर गढ़वाल *** उत्तराखंड में जी-20 सम्मेलन की तैयारी में जुटा सरकारी अमला रात दिन स्वर्गाश्रम क्षेत्र में काम कर रहा है। सड़क पर घूम रहे निराश्रित गोवंशो से भरी समस्या सामने आ रही थी । प्रशासन इस तरह विषय पर कहा था कि इन मवेशियों को पंजीकृत गौशालाओं में शिफ्ट किए जाएंगे।

लेकिन रात के अंधेरे में करीब 20 गोवंशो को यहां से उठा दिए गए और उन्हें लक्ष्मण झूला क्षेत्र की सीमा से बाहर यमकेश्वर के ग्रामीण क्षेत्र में सड़क किनारे फेंक दिया गया।

ग्रामीणों को जानकारी हुई तो इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सरकारी वाहन इस वीडियो में देखा जा रहा है। क्षेत्र के ग्रामीणों ने गुस्सा जताया है और मुख्य आयोजन वाले दिन 24 मई को सभी गोवंशो को आयोजन स्थल के समीप छोड़ने की चेतावनी दी है। इस घटना से प्रशासन के हाथ पाव में फुले हैं।

स्वर्गाश्रम और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में सड़क पर घूमने वाली गोवंशी की समस्या किसी से छिपी नहीं है। जी 20 के आयोजन को देखते हुए इस समस्या से निजात पाने की कोशिश प्रशासन की ओर से की गई। बीते शनिवार की मध्यरात्रि क्षेत्र से कई गोवंशी उठाकर लक्ष्मण झूला की सीमा से बाहर नीलकंठ मार्ग पर रत्तापानी, ढोंषन और आसपास क्षेत्र में सड़क किनारे फेंक दिया गया।

श्रीराम गोसेवा समिति के सदस्य, बीडीसी यम्केश्वर सुदेश भट्ट ने बताया कि इन मवेशियों को बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया है। जिससे कई गोवंश की हालत ठीक नहीं है। एक गाय के कान में सरकारी टैग लगा हुआ था। जांच करने पर पता चला कि यह गाय वानप्रस्थ आश्रम के समीप स्थित सार्वजनिक गौशाला की है।

गौशाला संचालक रविवार की अलसुबह मौके पर पहुंचे और अपने मवेशी को ले गए। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि नगर पंचायत के कुछ लोग रात दो बजे गौशाला में आए थे और यहां के गोवंश को हरिद्वार स्थित एक धार्मिक संस्था की गौशाला में छोड़ने की बात कह कर ले गए थे। लेकिन उनके द्वारा मवेशी को इस तरह से लावारिस फेंक दिया गया।

सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो तेजी के साथ प्रसारित हो रहे हैं। कई लोग ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि इन गोवंश का संरक्षण नहीं हुआ तो 24 मई को परमार्थ निकेतन घाट पर होने वाली आरती के रोज इन सभी निराश्रित गोवंश को यहां छोड़ दिया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल श्वेता चौबे ने बताया कि जिला और तहसील प्रशासन से इस मामले में बात की जा रही है।

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