शिक्षक दिनेश चंद्र कुकरेती ने अब तक 10,000 से अधिक लोगों को पक्षी परिवार बनाया एवं 22000 से अधिक नेस्ट बॉक्स निशुल्क बांट चुके हैं,,,।

शिक्षक दिनेश चंद्र कुकरेती ने अब तक 10,000 से अधिक लोगों को पक्षी परिवार बनाया एवं 22000 से अधिक नेस्ट बॉक्स निशुल्क बांट चुके हैं,,,।
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शिक्षक दिनेश चंद्र कुकरेती 23 सालों से कर रहे गौरेया सरक्षंण, विश्व गौरेया दिवस पर करते है नायाब कार्य।

पक्षियों की प्रजातियों को बचाने हेतु विश्व गौरेया दिवस

कोटद्वार/पौड़ी गढ़वाल *** आज दिनांक 20 मार्च को मंगलम पैलेस निम्बूचौड़, कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल में पक्षियों की प्रजातियों को बचाने हेतु विश्व गौरेया दिवस मनाया गया। इसमें पक्षी संरक्षण व बचाव के विभिन्न बिन्दुओं पर बहुत से पक्षी प्रेमियों ने अपने विचार दिये। 27 वर्षों से पक्षी संरक्षण का कार्य कर रहे शिक्षक दिनेश चन्द्र कुकरेती वर्ष 2013 से प्रति वर्ष पक्षियों की प्रजातियों को बचाने हेतु विश्व गौरेया दिवस मनाते हैं, और पक्षियों की प्रजातियों को बचाने हेतु लोगों को पक्षी परिवार बना रहे हैं। और अब तक 10,000 से अधिक लोगों को पक्षी परिवार बना चुके हैं एवं 22000 से अधिक नेस्ट बॉक्स निशुल्क बांट चुके हैं। इस अवसर पर उन्होंने 1000 से अधिक नेस्ट बॉक्स बांटे। दिनेश चंद्र कुकरेती जो लगातार पक्षी बचाव हेतु कार्य कर रहे हैं उनके अनुसार पक्षी मानव जीवन व पर्यावरण के लिए अनिवार्य घटक है। जिसका संरक्षण का कार्य पर्यावरण में सुधार करके प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए। कुकरेती ने जयदेव भूमि फॉउन्डेशन कोटद्वार के शिवानन्द लखेड़ा का भी धन्यवाद दिया जो कि पक्षी संरक्षण में उनका सहयोग करते हैं। इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख गीता देवी, रंजना रावत, शोभा रावत ने भी पक्षी बचाव महत्व व संरक्षण की जानकारी दी। पूर्व प्रधानाचार्य जनार्द्धन प्रसाद बुड़ाकोटी ने गौरेया को किस प्रकार बचाया जाए अपने अनुभव की जानकारी दी। पूर्व रेंजर राजेन्द्र प्रसाद पन्त ने पर्यावरण के बिगड़ते स्वरूप में पक्षियों के लिए किस प्रकार खतरा है के बारे में बताया। श्री चन्द्रमोहन कुकरेती ने बर्ड्स थिरेपी की जानकारी दी और वडर्स हमें किस प्रकार से स्वस्थ रख सकता है। श्री धनपाल सिंह रावत ने मंच संचालन द्वारा श्री कुकरेती जी के पक्षी संरक्षण की जानकारी व पर्यावरण के संरक्षण की जानकारी दी।

क्रैडल प्ले स्कूल निम्बूचौड़ की संचालिका रेणुका गुसांई ने कहा प्रत्येक स्कूल में बच्चों को पक्षी संरक्षण व बचाव की जानकारी देनी चाहिए जिससे हमारी आगे की पीढ़ी जुड सके। एडवोकेट अमित सजवाण ने कुकरेती के गिद्ध संरक्षण की तारीफ की और गिद्ध हमारे लिए किस प्रकार महत्व है की जानकारी दी। इस अवसर पर बहुत से पक्षी प्रेमियों ने अपने विचार दिये और पक्षी परिवार की सदस्यता ली।

इस अवसर पर कुकरेती द्वारा गौरेया दिवस को प्रति वर्ष पक्षी बचाव दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया और आजीवन भर पक्षी बचाने की मुहीम कार्य के द्वारा जारी रखने की बात कही। इस अवसर पर योगम्बर सिंह रावत, हरी सिंह पुण्डीर, दलजीत सिंह, विकास देवरानी, लक्ष्मी रावत, देवेश्वरी चौहान, पार्षद कुलदीप सिह रावत, सहित बहुत से पक्षी प्रेमी उपस्थित थे और पक्षी बचाव में अपनी जानकारी व अनुभव दिये।

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