World Sparrow Day 2025: शिक्षक दिनेश कुकरेती 28 साल से कर रहे हैं गौरैया का संरक्षण, फ्री में बांटते हैं नेस्ट बॉक्स,,,।


कोटद्वार/पौड़ी गढ़वाल ***आज 20 मार्च 2025 को मंगलम बैंडिग प्वाइंट निम्बूचौड़ में पक्षी परिवार उत्तराखण्ड द्वारा जय देवभूमि फाउण्डेशन के सहयोग से पक्षियों की प्रजातियों को बचाने हेतु विश्व गौरेया दिवस धूमधाम से मनाया गया पक्षी परिवार उत्तराखण्ड द्वारा 2013 से प्रतिवर्ष 20 मार्च को गौरेया दिवस मनाया जाता है। और आज विश्व गौरेया दिवस में क्षेत्र के बहुत से पक्षी प्रेमियों ने अपनी भागीदारी निभाई। 28 वर्षों से गौरेया संरक्षण का कार्य कर रहे पक्षी परिवार उत्तराखण्ड शिक्षक दिनेश चन्द्र कुकरेती ने एक हजार से अधिक नेष्टबॉक्स पक्षी प्रेमियों को बांटकर सभी पक्षियों को बचाने हेतु संदेश दिया।

इस अवसर पर शिक्षक द्वारा लोगों को सभी क्षेत्रों में पर्यावरण में सुधार करके पक्षियों के अनुकूल बनाने का सुझाव दिया व अपने घर खेत-आँगन को पक्षी के अनुरूप बनाने को कहा। शिक्षक द्वारा अबतक 25000 से अधिक नेष्ट बॉक्स पक्षी प्रेमियों को निशुल्क बांटे हैं व दो से अधिक जगहों में गौरेया के लिए नेष्ट बॉक्स लगायें है। इस अवसर जय देवभूमि फाउण्डेशन द्वारा शिक्षक दिनेश चन्द्र कुकरेती को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विजय जुयाल ने पक्षियों को मानव का अभिन्न मित्र बताया और इसे हर क्षेत्र में संरक्षित करने का सुझाव दिया। चन्द्रमोहन कुकरेती ने पक्षियों के व्यवहार व गुण पर अपने विचार दिये और बर्ड्स थेरेपी से लोगों को किस प्रकार फायदा हो सकता है बताया गया। इस अवसर पर कु० सुप्रिया रा०३०का० द्वारी पैनों व आशी रावत क्रेडल प्ले स्कूल कोटद्वार ने पक्षियों को बचाने हेतु कई सुझाव दिये। अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य विजय प्रकाश मधुवाल ने पक्षियों की संख्या में कमी पर चिन्ता व्यक्त की क्रेडल प्ले स्कूल निम्बूचौड़ के संस्थापक रेणुका गुंसाई ने पक्षियों के बारे में पाठ्यक्रम में शामिल करने को कहा। पूर्व ब्लॉक प्रमुख दुगड्डा श्रीमती गीता नेगी ने कहा कि बहुत सी प्रजातियां पक्षियों की अब दिखाई नहीं देती।

हमें पक्षियों की प्रजातियों को बचाने हेतु शिक्षक दिनेश चन्द्र कुकरेती के पक्षी परिवार से जुड़कर इन्हें बचा सकते हैं। रंजना रावत ने आम व लिचि के फूलों में कीट नाशक के प्रयोग से गौरेयों की संख्या में कमी का मुख्य कारण है। पूर्व सैनिक मनमोहन काला द्वारा पक्षियों को बचाने हेतु गांव-गांव में पक्षी चोपाल लगाने की बात की इस अवसर पर धनपाल सिंह रावत द्वारा मंच संचालन में दिनेश चन्द्र कुकरेती के पक्षी बचाव कार्य की लगातार जानकारी पक्षी प्रेमी को देते रहे और पक्षी बचाने हेतु कई सुझाव पक्षी प्रेमियों को देते रहे। इस अवसर पर गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल, चिंतामणी देवलाल, सुदर्शन कोटनाला, दीपक रावत, एडवोकेट अमित सजवाण, शोभा रावत, श्रीनगर से आई समलौण, राज्य संयोजक सावित्री ममगाई ने पेड़ व पक्षियों के बीच अटूट सम्बन्ध को बताया और कुकरेती को एक पेड़ देकर पक्षी के लिए एक आसीयाना भेंट किया। इस अवसर पर कई महिला मंगलदल सहित कई पक्षी प्रेमियों ने अपने विचार दिये।


