हिन्दुओ की दुर्गति का कारण उनका अपना कोई देश नहीं होना है: महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी

हिन्दुओ की दुर्गति का कारण उनका अपना कोई देश नहीं होना है: महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी
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अगर नरेंद्र मोदी स्वयं को हिन्दू का नेता मानते हैं तो उन्हें बंग्लादेश व पाकिस्तान के हिन्दुओ के लिये अलग राष्ट्र के लिये सेना का प्रयोग करना होगा-इस मांग को सम्पूर्ण विश्व तक पहुँचाने हेतु धर्म संवाद

प्रयागराज महाकुम्भ में धर्म संवाद का प्रथम लक्ष्य जिहादियों से विहीन सनातन वैदिक राष्ट्र की स्थापना

प्रयागराज/उत्तरपदेश *** प्रयागराज महाकुम्भ में श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा 25 जनवरी 2024 को धर्म संवाद का आयोजन करेगा जिसमे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिन्दुओ की रक्षा के लिये अविलम्ब सैन्य कार्यवाही करके बांग्लादेश व पाकिस्तान का बंटवारा करके हिन्दुओ के लिये अलग राष्ट्र बनवाने की अपील की जाएगी।श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा खुलकर कहेगा कि अब नरेंद्र मोदी अगर स्वयं को अगर हिन्दुओ का नेता मानते हैं तो उन्हें इसका प्रणाम देना होगा।अगर वो ऐसा नहीं करते तो यह हिन्दू समाज से विश्वाघात होगा।
यह जानकारी आज शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने आज एक प्रेस वार्ता के माध्यम से दी।वो धर्म संवाद के लिये सहयोग और समर्थन मांगने आज कानपुर आये।उनके साथ उनके शिष्य यति रामस्वरूपानंद और यति सत्यदेवानंद भी थे।
उन्होंने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हर हिन्दू को यह समझ लेना चाहिए कि जो स्थिति आज बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं की है,वो अगले दस से भी कम वर्षों में हमारे देश में हमारी हो जायेंगी।भयानक तरीके से बढ़ती हुई मुस्लिम जनसंख्या इस देश को बहुत जल्दी इस्लामिक देश बना देगी।हम हिन्दुओ की दुर्गति का सबसे बड़ा कारण हमारा अपना कोई देश ना होना है।अब हमारा सबसे प्रमुख लक्ष्य सनातन वैदिक राष्ट्र की स्थापना रहेगा।सनातन वैदिक राष्ट्र में एक भी मस्जिद,एक भी मदरसा और एक भी जिहादी नहीं होगा।सनातन वैदिक राष्ट्र सम्पूर्ण विश्व के प्रत्येक सनातनी का संरक्षण उसी तरह करेगा जैसे इजरायल प्रत्येक यहूदी का करता है।अगर हम सनातन वैदिक राष्ट्र की स्थापना करने में असफल हो गए तो सनातन धर्म का विनाश कोई नहीं रोक सकेगा।बिना सनातन वैदिक राष्ट्र के अब सनातन के बीज की भी रक्षा नहीं हो सकेगी।अब दुनिया के हर हिन्दू को इस लक्ष्य के लिए कार्य करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे धर्मगुरु अपनी शक्ति को भूल गए हैं और उन्होंने स्वयं को राजनेता के समक्ष नतमस्तक कर लिया है।सत्य तो ये है कि सनातन धर्म का अस्तित्व तभी बच सकता है जबकि सनातन धर्म के धर्मगुरु धर्मसत्ता को राजसत्ता का अनुगामी नहीं बल्कि उसका मार्गदर्शक बनायेंगे।हम धर्म संवाद के माध्यम से इस विषय पर सार्थक चर्चा का प्रयास करेंगे।
प्रेस वार्ता में डॉ आशीष वर्मा,राजेश गुप्ता,मोहित गुप्ता, मौर्य कुंवर सिंह
पंकज वर्मा प्रकाश मिश्रा योगी अजय मिश्रा संतोष पांडे छोटू यादव अंकित कुशवाहा सुभाष चंद्र कुशवाहा भी उपस्थित थे।

K3 India

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