ऑनलाइन गेमिंग तथा ट्रेडिंग व मंहगे खर्चे करने के शौकीन ने अपने ही घर से चुरा लिये लाखों की नगदी और जेवरात,,,।
चमोली/उत्तराखंड ***चमोली के गोपेश्वर में बीते दिनों एक घर से हुई आभूषण चोरी की गुत्थी को सुलझा कर चमोली पुलिस ने 03 नाबालिगों को आभूषण एवं नगदी के साथ लिया अपने संरक्षण में लिया हैं।चमोली की गोपेश्वर थाना पुलिस ने 48 घंटों के भीतर ही शत-प्रतिशत माल की बरामदगी कर चोरी का खुलासा किया हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चम्पा गै़रोला निवासी विवेकानन्द कॉलोनी गोपेश्वर ने गोपेश्वर थाने में आकर सूचना दी कि वह 29 अक्टूबर को वह अपनी बेटी से मिलने देहरादून गयी थी।बताया कि 30 अक्टूबर को उनके किरायेदार द्वारा फोन पर उन्हें सूचना दी गई कि गोपेश्वर में स्थित उनके घर के दरवाजे का ताला टूटा है।जिससे बाद वे देहरादून से गोपेश्वर पहुँची तो देखा की घर के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा है व उनकी सास के कमरे में बने स्टोर के लॉकर का ताला तोडकर आभूषण चोरी कर लिये गए व उनके अपने कीमती आभूषण जो एक छोटी अटैची में रखे थे वो भी गायब है। जिनकी कीमत लगभग 35-40 लाख रूपये है।मामले की गंभीरता को देखते हुए गोपेश्वर थाने में वादिनी चंपा गैरोला की तहरीर के आधार पर दिनांक 31 अक्टूबर को थाना गोपेश्वर में तत्काल मु0अ0सं0- 25/24, धारा-305,331(4) बीएनएस बनाम अज्ञात में अभियोग पंजीकृत किया गया।
मुक़दमा लिखें जाने के पश्चात पुलिस ने नगर क्षेत्र में 100 से अधिक सी0सी0टी0वी कैमरों की फुटेज चैक की।सीसीटीवी कैमरों की गहनता से जांच करने पर पुलिस टीम को घटना के समय एक संदिग्ध वाहन घर के पास सड़क पर खड़ा दिखायी दिया,जिसके बाद पुलिस द्वारा उक्त संदिग्ध वाहन के संबंध में जानकारी जुटायी गयी,जिसके बाद आज 02 नवंबर को पुलिस टीम द्वारा उक्त चोरी की घटना में संलिप्त 02 नाबालिगों को वाहन संख्या-UK11B5911 (टाटा नेक्सोन)के साथ चमोली में बालखिला के पास से अपने संरक्षण में लिया।
दौनो नाबालिगों से पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में चौकाने वाला खुलासा हुआ हैं।पूछताछ में दौनो नाबालिगों ने बताया कि थाने में चोरी की तहरीर देने वाली चंपा देवी का नाबालिग पुत्र ही पूरी घटना का मास्टरमांइड है।जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा वादिनी के नाबालिग पुत्र को देहरादून से संरक्षण में लेते हुए जनपद चमोली लाया गया।जिसके द्वारा बताया कि वो लम्बे समय से ऑनलाइन गेमिंग तथा ट्रेडिंग व मंहगे खर्चे करने का शौकीन है।जिसके लिए उसके द्वारा काफी लोगों पैसे उधार लिए गए थे,
उक्त चोरी की घटना में संलिप्त एक नाबालिग से भी उसके द्वारा 50,000/-रू0 उधार लिए गए थे व अन्य लोगों द्वारा भी उस पर लगातार पैसे वापस करने का दबाव बनाया जा रहा था। कर्जे से छुटकारा पाने के लिए नाबालिग द्वारा अपने ही घर में चोरी करने की योजना बनायी गयी, जिसमें उसके द्वारा अपने 02 नाबालिग दोस्तों को यह लालच देकर यह कहकर शामिल कर लिया गया कि उसके घर पर उसकी माँ और दादी के लाखों के गहने है, जिन्हें चोरी कर ऊंचे दाम पर बेचकर वे काफी मुनाफा कमा सकते है।बताया कि 29 अक्टूबर को जब उसकी माँ देहरादून चली गयी तथा घर में कोई नहीं था तो इस मौके फायदा उठाकर उसने 30
अक्टूबर की रात्रि को अपने दोस्तों को फोन कर घर खाली होने के संबंध में बताया।साथ ही अपने घर की दीवार फांद कर घर की अन्दर जाने व मुख्य दरवाजे की चाबी व स्टोर रूम के लॉकर में रखें अपनी दादी व अटेजी में रखें अपने माँ के गहनों के बारे में जानकारी दी।जिसके पश्चात दोनों नाबालिगों द्वारा ताला तोडकर स्टोर रूम के लॉकर व अटेजी में रखें गहनों की चोरी की गयी एवं फरार हो गए।चोरी की घटना का खुलासा करने पर पुलिस उपमहानिरीक्षक करन सिंह नगन्याल द्वारा पुलिस टीम को ₹10000 का ईनाम देने की घोषणा की गई है।