यमकेश्वर: पहाड़ो पर पुश्तैनी रोजगार भेड़ बकरी पालन पर बाघ का आतंक,,,।

यमकेश्वर: पहाड़ो पर  पुश्तैनी रोजगार भेड़ बकरी पालन पर बाघ का आतंक,,,।
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यमकेश्वर में बाघ के आतंक में जीने को मजबूर क्षेत्र वासी, पहाड़ो पर पुश्तैनी रोजगार भेड़ बकरी पालन पर बाघ का आतंक, मजबूरी में सस्ते दामों पर अपने पालतू मवेशियों को बेचने को मजबूर हैं लोग : राजेंद्र सिंह नेगी

यमकेश्वर/उत्तराखंड *** आदि काल से इंसानों के जीवन में पालतू जानवरो गाय बकरी भेड़ भैंस आदि का बढ़ा योगदान रहा हैं जिनके पालने से इंसानों की रोजी रोटी चलती हैं, लेकिन आज जंगली जानवरो के कारण ये ब्यवसाय चरमर्रा गया हैं, सरकार को अपनी पार्टी सदस्यता बनाने से फुरसत नहीं, वन विभाग गहरी नींद में सोया पड़ा हैं, ऐसे में पहाड़ो से लोगो का पलायन नहीं होगा तो क्या होगा,

बिडंबना यह हैं कि लोग खेती बाड़ी करते भी हैं तो जंगली जानवर सुवर, बंदर, लंगूर सबके सब खेती को नष्ट कर डालते हैं, किसान के हाथ कुछ नहीं लगता.।

दिनांक 17 सितंबर को कल यमकेश्वर के ग्राम तिमली छोटी में रोज की भांति कमला देवी अपने मवेशियों को चुगाने के लिए गाँव के नजदीक ही सड़क किनारे अपने मवेशियों को चुगा रही थी कि तभी अचानक दोपहर को बाघ ने सड़क पर चुग रहे मवेशी पर धावा बोल दिया जब तक कमला देवी हो हल्ला मचाती तब तक बाघ ने एक बड़े बकरा को अपना शिकार बना दिया, और यह केवल एक दिन की घटना नही है, प्रतिदिन बाघ लोगों के मवेशियों को अपना निवाला बना रहा है जिससे लोगों में भय का माहौल बना हुआ है, ग्रामीण अपने मवेशियों को सस्ते दामों में बेचने को मजबूर हो रखे हैं, पहाड़ो में अधिकतर लोग पशुपालन करके अपने और अपने परिवार की जीविका चलाते हैं, लेकिन अब उन सभी लोगों को अपने और अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए संकट पैदा हो गया है, सरकार कहती हैं कि हम पहाड़ का पलायन रोकने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं, शासन-प्रशासन को चाहिए कि वह इन जंगली जानवरों के आतंक से लोगों को निजात दिलाने के लिए कोई ठोस कदम उठायें जिससे लोगों के अंदर जो भय व्याप्त है वह भय दूर हो और लोग फिर से अपने पशुपालन को बढा सके, पहाड़ो में कुछ सालों से जंगली जानवरों का इस कदर आतंक है जिससे शब्दों में वयां करना बहुत मुश्किल है, अगर जंगली जानवरों के आतंक से लोगों को छुटकारा मिल जाय तो पहाड़ में फिर से पशुपालन को बढावा मिल सकता है, जिससे कुछ प्रतिशत लोगों को अपना स्वरोजागार चलाने का अवसर मिल सकता है, यहाँ अधिकतर लोगों ने अपने मवेशियों को सस्ते दामों में बेचना शुरु कर दिया है।

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