भाजपा कर रही जनता का अपमान : उविपा
कोटद्वार गढ़वाल *** उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने सात दिन के लिए आहूत किए गए विधानसभा सत्र को दूसरे ही दिन स्थगित किए जाने पर रोष व्यक्त किया।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने कहा कि राज्य के विकास की योजनाओं को बनाने का प्लेटफार्म विधानसभा का सत्र है , और भाजपा ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि बिना चर्चा के बजट और विधेयक पास हो जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधानसभा की अध्यक्षता गलत हाथों में सौंपी गई है जिस वजह से न तो विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चल पा रही है, और न ही विधेयकों की प्रतियां विधायकों को समय पर उपलब्ध हो पा रही है।
बिना विधेयक पर चर्चा के ही विधेयक पास कर दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह खेदपूर्ण स्थिति है कि विधायकों के द्वारा उठाए जा रहे प्रश्नों का निराकरण तक विधानसभा सत्र में नहीं हुआ और सत्र अनिश्चितकालीन समय तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इस तरीके से सदन का स्थगित होना अशुभ है, और इसी वजह से विधायकों को वह मान नहीं मिल पाता जिसके वह हकदार हैं। विधायकों का असली कार्यालय विधानसभा का सत्र ही है, जहां से वह राज्य व अपनी विधानसभा के विकास कार्यों पर चर्चा, परिचर्चा व उनके क्षेत्र के विकास की स्थितियों की जानकारी से अवगत हो सकते हैं।
विधानसभा में विधायकों के प्रश्नों का उत्तर खुद विभागों के मंत्री देते हैं। ऐसे में अगर विधानसभा में विधायकों के प्रश्नों का हल नहीं हो पाता है, तो फिर वह प्रश्न कहीं भी हल नहीं हो सकता है।
मुजीब नैथानी ने कहा कि ऐसा लगता है कि विधायकों को खुद नहीं पता कि उनके लिए उनके राज्य और उनकी विधानसभा के विकास कार्यों पर चर्चा, परिचर्चा और विमर्श का असली प्लेटफार्म विधानसभा का सत्र ही है ।
ऐसा लगता है कि मात्र बजट पास कराने के उद्देश्य हेतु भारतीय जनता पार्टी विधानसभा का सत्र आयोजित करवाती है और उसके बाद सत्र अनिश्चितकाल के लिए बंद हो जाता है । उन्होंने इस परिपाटी लोकतंत्र और क्षेत्र के विकास के लिए घातक बताया।